नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरएसएस के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए उसके भोपाल स्थित कार्यालय से सुरक्षा हटा ली है। देर रात आरएसएस के भोपाल दफ्तर में तैनात जवानों को हटा लिया गया। यहां पर 2009 से मध्यप्रदेश सशस्त्र बल के जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया था।
कमलनाथ के इस फैसले पर उन्हें अपने ही लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के इस फैसले को गलत बताते हुए कहा कि भोपाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है। मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से अनुरोध करता हूँ कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें।
बता दें कि भोपाल में संघ कार्यालय को 2009 से लगातार सुरक्षा मिली हुई थी लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनाव से ठीक पहले सुरक्षा हटाने का फरमान जारी किया है। इस फैसले से बीजेपी काफी खफा है। मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने चेतावनी दी है कि अगर किसी भी स्वयंसेवक को चोट आई तो बीजेपी ईंट से ईंट बजा देगी।
वहीं बीजेपी प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर ने भी चेतावनी भरे लहजे में लिखा है कि ‘@OfficeOfKNath सरकार का प्रतिशोध भरा कदम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भोपाल कार्यालय से सुरक्षा हटाकर कांग्रेस ने शायद फिर हमले की योजना बनाई है। इन्हें क्या लगता है संघ डर जाएगा! संघ ना रुकता है ना झुकता है, किसी स्वयंसेवक को खरोंच भी आई तो समझ लें कि क्या होगा।’