लखनऊ। महागठबंधन की ओर से सपा ने कांग्रेस के पूर्व सांसद व राज्यसभा के पूर्व उप सभापति श्यामलाल यादव की पुत्रवधू शालिनी यादव को मैदान में उतारा है। वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकीं शालिनी सोमवार शाम सपा में शामिल होने के कुछ ही देर बाद गठबंधन की प्रत्याशी घोषित हो गईं। पार्टी में शामिल होने के बाद शालिनी ने कहा, मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम करूंगी। मैं उनके दिशा-निर्देशों के अनुसार आगे बढ़ूंगी। शालिनी ने कहा, “मैं खुश हूं कि अखिलेशजी ने मुझ पर भरोसा दिखाया और पीएम मोदी से मुकाबले के लिए वाराणसी भेजा।’
बताया जाता है कि शालिनी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में ग्रैजुएट हैं और उनके पास फैशन डिजाइनिंग में भी डिग्री है। शालिनी यादव इससे पहले 2017 के वाराणसी के मेयर चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुकी हैं मीडिया सूत्रों के मुताबिक इस चुनाव में उन्हें 1.14 लाख वोट मिले थे, लेकिन वह चुनाव हार गई थीं। पेशे से फैशन डिजाइनर शालिनी यादव को राजनीति में आने की प्रेरणा अपने ससुर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय श्याम लाल यादव से मिली है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली शालिनी यादव की शादी स्व श्यामलाल यादव के छोटे सुपुत्र अरुण यादव से हुई है।
शालिनी यादव के ससुर श्याम लाल यादव कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं, जिनका कांग्रेस ही नहीं बल्कि गांधी परिवार से कभी सीधा सरोकार हुआ करता था। 1984 में वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई थी। इसके बाद राज्यसभा के सदस्य बने और 1988 में राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय बने ,श्याम लाल यादव राज्यसभा के डिप्टी चैयरमैन भी बने थे। शालिनी का वैसे तो कुछ खास राजनीतिक सफर नहीं रहा है पर उनके पति अरुण यादव जरूर पार्टी में सीधी पकड़ रखते हैं। शालिनी यादव ने अपना सियासी सफर दो साल पहले ही शुरू किया है। शालिनी यादव 2017 में हुए नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मेयर पद के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि शालिनी यादव बीजेपी की मृदुला जायसवाल से हारकर दूसरे स्थान पर थीं। शालिनी यादव को कुल एक लाख चौदह हजार वोट मिले थे।