सिख दंगो पर सैम पित्रोदा ने दिया विवादित बयान, बोले-84 में हुआ तो हुआ, अपने क्या किया? भड़की भाजपा ने की माफ़ी की मांगलोकसभा चुनाव 2019 का चुनावी दंगल जैसे ही दिल्ली और पंजाब पहुंची वैसे ही एक बार फिर 1984 सिख दंगों का मामला केंद्र में आ गया। कांग्रेस नेता और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले सैम पित्रोदा के एक बयान ने कांग्रेस के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है।
#WATCH Sam Pitroda: Ab kya hai '84 ka? Aapne kya kiya 5 saal mein, uski baat kariye. '84 mein hua to hua. Aapne kya kiya? You were voted to create jobs. You were voted to create 200 smart cities. Aapne wo bhi nahi kiya. Aapne kuch nahi kiya isliye aap yahan wahan gup lagate hain. pic.twitter.com/9SMMUW5Hll
— ANI (@ANI) May 9, 2019
सैम पित्रोदा ने 1984 में हुए सिख दंगों को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है, एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत में पित्रोदा ने कहा, ‘ मैं इसके बारे में नहीं सोचता, यह भी एक और झूठ है। 1984 की बारे में अब क्या? आपने पिछले 5 साल में क्या किया। 84 में हुआ तो हुआ। आपने क्या किया’? इस बयान के बाद मामला गरमा गया जिसपर बीजेपी ने आप्पति जताते हुए सैम पित्रोदा से माफ़ी की मांग की है।
सैम पित्रोदा के इस बयान पर केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पित्रोदा की टिप्पणियां “हैरान” करने वाली हैं और किसी को भी इसकी उम्मीद नहीं थी। इसके साथ ही बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर लोगों की भावनाओं से खेलने का आरोप लगाया। जावड़ेकर ने कहा, “पित्रोदा राजीव गांधी के साथी और राहुल गांधी के गुरु हैं। अगर गुरु ऐसा है तो ‘चेला’ कैसा होगा? कांग्रेस यही कर रही है। पूरी तरह से जनता की भावनाओं के प्रति असंवेदनशील।”
आपको बता दें कि 31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पूरे देश में सिख विरोधी दंगे हुए थे जिसमें 3 हजार सिखों की मौत हो गई थी। और अब इस संवेदनशील मुद्दे पर सैम पित्रोदा का द्वारा दिए गए विवादित बयान पर विपक्ष काफी गरम है और उनसे माफ़ी की मांग कर रही है।
गौरतलब है कि दिल्ली और पंजाब में सिख दंगे का मुद्दा काफी अहम है। यही कारण है कि छठे चरण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने भाषणों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर हमला करना तेज कर दिया है। दिल्ली की 7 और पंजाब की 13 सीटों पर छठे और सातवें चरण में मतदान होना है।