Regional

प्रेमी जोड़ो को मिला पुलिस का साथ

नई दिल्ली। आपने फिल्म मुगले-ए-आज़म तो ज़रुर ही देखी होगी। फिल्म में अकबर को अपने बेटे सलीम और अनारकली के प्यार से ऐतराज़ होता है । अपने बेटे को अनारकली से दूर करने के लिए वह उसे दो दिवारों के बीच ज़िंदा चुनवा देते हैं। सही मायनों में देखा जाए तो यह मामला देश में ऑनर किलिंग का पहला मामला था जिसके बाद तो मानो एक प्रथा सी बन गई, एक लड़की और एक लड़के का प्यार लोगों को एस कदर नागवार गुज़रने लगा की दोनों की हत्या कर देने से भी लोगों को कोई गुरेज नहीं होता। प्रेम जैसे पवित्र संबंध को लोगों ने जात-पात,धन-दौलत, ऊंच-नीच और अपनी झूठी शान के तराजू़ में तौलना शुरु कर दिया।

लोग प्यार के इस तरह खिलाफ होने लगे दिन पर दुन ऑनर किलिंग के नाम पर होने वाली हत्याओं की गिनती बढ़ती चला गई। बच्चे अपने ही घर वालों को अपनी जान का दुश्मन देखकर यह फैसला नहीं कर पाते थे कि क्या यह उनके वही घरवालें है जिन्होनें कभी उन्हें अपनी छाती से लगाकर पाला था या फिर कोई और। अखबारों के पन्नों को पलटिए तो ऐसे ना जाने कितने मामले सामने आते है, जिसमे दो प्यार करने वालों को औकात या फिर झूठी शान का हवाला देकर मौत के घाट उतार दिया गया हो और पूरे मामलों को पुलिस ने ऑनर किलिंग का नाम दे दिया हो लेकिन अब पुलिस ने ऑनर किलिंग जैसे मामले पर अपना रुख बदल दिया है ।

मामला राजस्थान का है जहाँ की पुलिस यह एलान कर चुकी है कि दो प्यार करने वालों को कोई अलग नहीं कर सकता बल्कि अगर किसी ने उन्हें शारीरिक तौर पर नुकसान पहुँचाने की कोशिश की तो उस प्रेमी जोड़े की रक्षा खुद पुलिस करेगी। गौरतलब है कि सोमवार को ही विधानसभा में ऑनर किलिंग बिल-2019 पारित हुआ है। यह कानून लागू करने वाला राजस्थान देश में पहला राज्य है और इसी के प्रचार के सिलसिले में राजस्थान पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि अब मुगल ए आजम का जमाना गया। अब प्यार करना कोई गुनाह नहीं है। अगर प्यार करने वालो को कोई शारीरिक नुकसान पहुंचाता है तो उसे आजीवन कारावास तक हो सकता है। इसके अलावा 5 लाख रुपए तक का जुर्माना भी लग सकता है। आखिरी पंक्ति में दिल का चिह्न लगाकर लिखा है।।।क्योकि प्यार करना कोई गुनाह नहीं है।

=>
=>
loading...
BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH