फिल्म इंडस्ट्री की चकाचौंध से भरी ज़िन्दगी हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करती है। यही कारण है नौजवानों में खुद को फिल्म इंडस्ट्री में एक अभिनेता के तौर पर स्थापित करने का क्रेज़ सदियों से जस का तस बना हुआ है।
लेकिन इस इंडस्ट्री की कड़वी सच्चाई और भी है कि यहाँ फिल्मों में काम दिलवाने के नाम पर कास्टिंग डायरेक्टर्स और डायरेक्टर्स अपनी किस्मत आज़माने के लिए आए हुए बच्चों से तरह तरह के सौदे करने से भी पिछे नहीं हटते।
कास्टिंग काउच के बारे में तो आपने सुना ही होगा, यह बॉलीवुड का वह घिनौना चेहरा है जिसके चंगुल में आकर आजतक ना कितनी ही लड़कियों ने अपनी अस्मत से हाथ धो दिया तो कइयों ने हिरोइन बनने के सपने को ही लात मार दिया तो हिरोइने ऐसी भी है जिन्होनें ऐसे ऑफर्स को ठुकराकर संघर्ष का रास्ता पकड़ा और कामयाब हुई।
ऐसी ही एक हिरोइन है विद्या बालन, जिन्होनें एक इंटरव्यू में अपनी ज़िन्दगी से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया जब एक डायरेक्टर उन्हें कमरे में ले जाना चाहता थ।
विद्या ने बताया ‘एक दिन मुझे याद है मैं चेन्नई में काम के सिलसिले में एक डायरेक्टर से मिलने गई थी। मैंने उसे कहा कि चलो चलकर कॉफी शॉप में बैठते हैं और बात करते हैं और वो मुझे बार-बार कमरे में जाने को बोल रहा था।
वो बोल रहा था कि उसे मुझसे बात करनी है और हमें कमरे में चलना चाहिए’। विद्या ने आगे कहा, ‘तो उसकी सोच को पढ़ते हुए मैं कमरे में गई, लेकिन मैंने दरवाजा खुला छोड़ दिया और वो डायरेक्टर मुझसे बिना कुछ बोले ही 5 मिनट में भाग गया’।