Regional

पाँच पत्रकारों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की हो निष्पक्ष जाँच- WMA

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा 4 पत्रकारों को गिरफ्तार किए जाने के बाद अब पूरा पत्रकार समाज एकजुट होने लगा है।

मंगलवार को मामले की गंभीरता को देखते हुए वेब मीडिया एसोसिएशन (WMA) की बैठक हुई। बैठक में WMA  के सदस्यों ने गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा की और इसे पत्रकारिता के लिए आपातकाल जैसी स्थिति बताई साथ ही पत्रकारों पर कैसे गैंगस्टर जैसी संगीन धारा लगा दी गई इस पर भी सवाल उठाए।

डब्लूएमए यूपी के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र गौतम ने पत्रकारों पर की गई कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इस मामले की उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से उच्चस्तरीय जांच की मांग की।

 

वहीं डब्लूएमए के संरक्षक चंद्रसेन वर्मा ने नोएडा पुलिस के इस रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि पत्रकारों के एकजुट होने का अब वक्त आ गया है।

उन्होंने आगे कहा कि गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा किसी भी पत्रकार पर गैंगस्टर एक्ट लगाना किसी भी तरह से उचित नहीं है। चंद्रसेन वर्मा ने आगे कहा इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो भी इसमें दोषी पाया जाता है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

वहीं डब्लूएमए यूपी के उपाध्यक्ष जे.पी शुक्ला ने पत्रकारों पर की गई कार्रवाई को अनुचित ठहराते हुए नोएडा पुलिस पर गैंगस्टर एक्ट लगाने पर कार्रवाई करने की मांग की।

आपको बता दें कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने 4 पत्रकारों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए पत्रकारों के नाम सुशील पंडित, उदित गोयल, चंदन राय व नीतीश पांडे है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गिरफ्तार हुए पत्रकारों को फर्जी बताकर उनपर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था।

=>
=>
loading...
BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH