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गैस चैंबर में तब्दील हुई दिल्ली, दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील हो गई गई है। वायु की गुणवत्ता पर नजर रखने वाली एजेंसी एयर विजुअल के मुताबिक, विश्व में सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली टॉप पर है। वहीँ पाकिस्तान का लाहौर शहर इस मामले में दूसरे नंबर पर है। इसके बाद कोलकाता (179), पोलैंड का पॉजनैन (173) व क्राको,(160) चीन का हांगजउ (159), नेपाल का काठमांडू (155), बांग्लादेश का ढाका (147, दक्षिण कोरिया का बुसान (141), चीन का चॉन्गकिंग (126) आते हैं। आंकड़े के मुताबिक, भारत में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 622 दर्ज किया गया है जो कि खतरनाक स्तर है।

दिल्ली की हवा किस कदर खराब हो चुकी है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी गंभीरता को देखते हुए पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी है और दिल्ली सरकार ने स्कूलों को पांच नवंबर तक के लिए बंद कर दिया है। हालात की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डब्ल्यूएचओ ने 2018 ग्लोबल डाटाबेस रिपोर्ट में कहा था कि दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में 14 भारत के हैं। भारत में हर साल 20 लाख से ज्यादा लोग प्रदूषित हवा की वजह से काल के गाल में समा जाते हैं। दुनिया में प्रदूषित हवा से हर चार मौतों में से एक भारत में होती है। आश्चर्यजनक यह है कि 2018 में आई इस रिपोर्ट में भी दिल्ली भारत का सबसे प्रदूषित शहर था और आज भी यह पहले नंबर पर है।

इसकी वजह यह है कि सरकारों ने प्रदूषण कम करने के लिए किसी ठोस योजना पर अमल नहीं किया, जिससे समस्या का स्थायी समाधान किया जा सके। यही वजह है कि हालात आज भी जस के तस हैं। एक तरफ लोग जहां जहरीली हवा की वजह से बीमारी की जद में आ रहे, वहीं राजनेता तात्कालिक समाधान की तलाश में जुटे हैं। एयरविजुअल की 2018 की एक रिपोर्ट में वायु प्रदूषण के स्रोतों और कारणों की पहचान की गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, उद्योगों, घरों वाहनों से वायु प्रदूषकों के जटिल मिश्रण निकलते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। इन सभी प्रदूषकों में से सूक्ष्म प्रदूषक कण लोगों की जिंदगी पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालते हैं। अब प्रदूषण के लगातार इस स्तर पर होने के बाद राजनीतिक बयानबाजी और अस्थायी समाधान से काम नहीं चलेगा और इसका स्थायी समाधान ढूंढ़ना होगा।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH