लखनऊ। मंगलवार को अपराधियों ने बिजनौर कोर्ट में घुसकर पेशी पर लाए गए हत्या के एक आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। इस दौरान दूसरा अभियुक्त भीड़ का फायदा उठाकर भाग गया। घटना के वक्त जज ने मेज के पीछे छिपकर अपनी जान बचाई।
इसी साल जून में नजीबाबाद में बसपा नेता अहसान व उनके भांजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में नजीबाबाद के ही शहनवाज व जब्बार के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके बाद दोनों फरार हो गए थे। हालांकि कुछ माह पूर्व दोनों ने दिल्ली में सरेंडर कर दिया था। दिल्ली पुलिस आज दोनों को पेशी पर लेकर सीजेएम कोर्ट बिजनौर आई थी। दोपहर को दोनों सीजेएम कोर्ट में थे। बताया जाता है कि उस समय जज मौजूद थे।
जिले के एसपी संजीव त्यागी ने बताया कि इसी बीच अहसान का बेटा साहिल अपने दो साथियों के साथ कोर्ट में पहुंचा और शहनवाज व जब्बार को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। शहनवाज को कई गोलियां लगीं और उसकी मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद साहिल ने पुलिस को बताया कि उसका इंतकाम पूरा हुआ। गोलियां बरसाने के बाद साहिल और उसके साथियों ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि वे डरें या भागें नहीं। हमारी किसी से कोई रंजिश नहीं है। बताते हैं कि साहिल ने वारदात से पहले भी रेकी की थी।