नई दिल्ली। दिल्ली की 70 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार को सुबह 11 बजे तक 15% मतदान हो चुका है। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच सुबह आठ बजे शुरू हुए मतदान के लिए लंबी कतारों में लगे मतदाता 672 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, एस। जयशंकर और भाजपा के विवादित नेता प्रवेश साहिब वर्मा समेत विभिन्न सांसदों ने अपने परिवारों के साथ सुबह ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया। जहां सत्तारूढ़ आप सत्ता में लौटने का प्रयास कर रही है वहीं भाजपा दिल्ली में 20 साल बाद अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। दिल्ली पर 15 साल राज करने वाली कांग्रेस भी राष्ट्रीय राजधानी में दोबारा जनाधार पाना चाहेगी।
इस बार क्यूआर कोड्स और मोबाइल एप्स जैसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए चुनाव अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी में कड़ी सुरक्षा के साथ मुस्तैद हैं। वे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) खिलाफ प्रदर्शन का केंद्र रहे शाहीन बाग में अतिरिक्त मुस्तैद हैं। चुनाव आयोग ने 516 स्थानों और 3,704 मतदान बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा है और वहां अर्धसैनिक बलो को तैनात किया गया है।
प्रत्येक मतदान स्टेशन पर वेबकास्टिंग के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। निर्विघ्न चुनाव के लिए पुलिस ने लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी, 19,000 होमगार्ड और केंद्रीय सैन्य पुलिस बल की 190 कंपनियां तैनात की हैं।