देश में एक तरफ जहाँ कोरोना वायरस के चलते लोग बेहाल है वहीँ दूसरी तरफ लोग और पार्षद उसको और बढ़ाने में लगे है।
यह तस्वीरें लखनऊ के अलीगंज इलाके की हैं जहाँ पूरी सड़क पर सिर्फ गंदगी और कूड़े ने ले रखी है। पूरे कॉलोनी और साथ ही साथ आस पास के इलाके के लोग भी यहीं आकर अपने घर की गंदगी फेंकते हैं।
अब सवाल यह उठता है कि इसमें गलती किसकी है लोगों कि या पार्षद की ?
पूरे इलाके में एक कूड़े का डिब्बा रखना, उसकी सफाई रोज़ न करके 3 से 4 दिनों के अंतराल में करना, आस पास के इलाके के लोगों के लिए कोई कूड़ा फेंकने के लिए सुविधा न रखना यह सब एक पार्षद का कर्तव्य है।
यह एक छोटा सा इलाका या कॉलोनी ही तो है लोग यह बोलकर बात पलट देते है कि सफाई तो होती ही है वह पर और क्या जरुरी है यहाँ पर सफाई की। अब यह तो लोगों को सोचना है की क्या इसकी जरुरत है या नही। लोगों की माने तो वहां पर छोटे छोटे बच्चे भी खेलते है साथ ही साथ लोगो का आना जाना भी उसी रास्ते से होता है।
यह सिर्फ एक इलाके की दिक्कत नहीं है काफी जगह की दिक्कतें है। जहाँ कूड़े से लोगों का हाल बेहाल है। जहाँ लोग इसकी शिकायत करने तो जा रहे है लेकिन कोई इनकी गुहार नहीं सुन रहा है।
– राहुल जॉय