NationalTop News

फांसी से बचने के लिए पवन ने चली सबसे बड़ी चाल, क्या कोर्ट के आदेश पर होगी पुलिसवालों पर कार्यवाई

नई दिल्ली। निर्भया के दरिंदों की फांसी का दिन जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है सभी बचने के लिए नई-नई तरकीब अपना रहे हैं। अब निर्भया का दोषी पवन मंडोली जेल के दो पुलिसकर्मियों पर मारपीट का आरोप लगाकर कोर्ट पहुंचा है।

पवन के वकील ने कोर्ट को बताया कि जब पवन मंडोली जेल में बंद था, उस दौरान दो पुलिसकर्मियों ने उसे जमकर पीटा था। इससे उसके सिर में चोट भी आई थी। वकील ने कोर्ट से अपील की है कि दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। कोर्ट ने पवन की याचिका पर जेल प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इस अर्जी पर कड़कड़डुमा कोर्ट में बृहस्पतिवार को सुनवाई होने की उम्मीद है।

इससे पहले निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस में फांसी की सजा से बचने के लिए दोषियों ने दिल्ली के उपराज्यपाल से गुहार लगाई थी। दोषी विनय शर्मा ने अपने वकील एपी सिंह के जरिए दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की थी। एपी सिंह ने सीआरपीसी के सेक्शन 432 और 433 के तहत फांसी की सजा को निलंबित करने की मांग की है। दिल्ली की अदालत ने सभी दोषियों के खिलाफ चौथी बार डेथ वारंट जारी किया है, जिसके मुताबिक 20 मार्च सुबह साढ़े पांच बजे सभी दोषियों को फांसी की सजा दी जानी है।

=>
=>
loading...
BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH