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अगर आपका ब्लड ग्रुप ये है और सर्दी-खांसी है, तो तुरंत कराएं कोरोना जांच

नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों को अपनी चपेट में लिया है। चीन में कोरोना वायरस से अबतक 3,213 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीँ चीन के बाद इस वायरस ने सबसे ज्यादा जिस देश पर कहर बरपाया है वो इटली है। इटली में अब तक 2100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीँ अगर भारत की बात की जाए तो अबतक इस वायरस पर भारत ने काबू पाया हुआ है। भारत में अब तक कोरोना वायरस के 148 मामले सामने आए हैं जबकि इसमें केवल तीन लोगों की ही मौत हुई है।

इस बीच चीन में हुए एक रिसर्च से खुलासा हुआ है कि ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों में कोरोना वारयस के संक्रमण का ज्यादा खतरा होता। यानी ए ब्लड ग्रुप के लोग जल्दी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं, जबकि ओ ब्लड ग्रुप के लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहता है, यानी ओ ब्लड ग्रुप के लोगों को संक्रमित होने में थोड़ा ज्यादा वक्त लगता है।

ब्रिटिश अखबार डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक वुहान में वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस से संक्रमित 2173 लोगों पर अध्ययन किया। इनमें से 206 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई थी। ये लोग हुबेई प्रांत के तीन अस्पतालों में भर्ती थे। कोरोना वायरस की वजह से मारे गए 206 लोगों में से 85 लोगों का ब्लड ग्रुप ए था। यानी करीब 41 फीसदी। जबकि, 52 लोगों का ब्लड ग्रुप ओ था। यानी तकरीबन 25 फीसदी।

2173 लोगों में से ए ब्लड ग्रुप वाले लोग ज्यादा संक्रमित भी थे। इसमें से 32 फीसदी ए ब्लड ग्रुप के थे जबकि 26 फीसदी लोग ओ ब्लड ग्रुप वाले थे। रिसर्च में शामिल किए गए लोगों में ए ब्लड ग्रुप के 38 फीसदी लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के शिकार हुए थे, जबकि ओ ब्लड ग्रुप के महज 26 फीसदी लोग ही इस वायरस से प्रभावित हुए थे।

रिसर्च में यह भी पता चला है कि कोरोना वायरस की चपेट में आने से मरने वालों में ए ब्लड ग्रुप के लोगों की संख्या ज्यादा है, जबकि सबसे कम मौत ओ ग्रुप वाले लोगों की हुई है। आपको बता दें कि चार प्रकार के ब्लड ग्रुप होते हैं। ये ग्रुप हैं A, B, AB और O। इन्हें A+, A- , B+ , B- , AB+, AB-, O+ और O- समूहों में बांटा गया है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH