निर्भया गैंगरेप के सभी दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि फांसी पर चढ़ाए जाने से पहले उनकी आखिरी रात बेहद तनावपूर्ण कटी। पूरी रात आरोपी बैरक में बेचैन घूमते नजर आए।
15 पहरेदारों को आरोपियों की सुरक्षा के लिए लगाया गया था। इनकी सिर्फ सिर्फ एक ड्यूटी थी, कि कानून ने जो उनके लिए सजा निर्धारित की है उसमें किसी तरह का व्यवधान ना पड़े। चारों दोषी ना खुद को कोई नुकसान पहुंचा सके ना किसी दूसरे को।
गुरुवार देर शाम तक दोषियों को उनकी पिटीशन खारिज होने की जानकारी मिल गई थी। जेल सूत्रों का कहना है की जेल में शाम 5:30 बजे डिनर सर्व किया गया तो पवन को छोड़कर बाकी का व्यवहार सामान्य था। सभी ने एक दो रोटियां खाई। देर रात तक चारों आरोपी बैरक में घूमते रहे।
CCTV फुटेज से सभी को देखा जा रहा था। इसके साथ ही सुरक्षाकर्मी भी उनकी पहरेदारी में लगे थे। एकाएक सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद आरोपी समझ चुके थे कि अब उनका फांसी से बचना नामुमकिन है।