नई दिल्ली। कोरोना वायरस दुनिया पर कहर बन कर टूट रहा है। इससे कई परिवार अपने प्रियजनों को खो चुके हैं। लेकिन अमेरिका के न्यूजर्सी में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक परिवार के 7 सदस्य कोरोना की चपेट में आ गए जिनमें से 3 सदस्यों की मौत हो गई जबकि 4 सदस्य गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। इसके अलावा उनके परिवार 20 अन्य सदस्यों को आइसोलेशन में रखा गया है।
73 साल की ग्रेस फुस्को का निधन, उनके बेटे कारमाइन फुस्को की मौत के कुछ ही घंटे बाद हो गया। घुड़दौड़ ट्रेनर कारमाइन जिनकी बुधवार सुबह मौत हो गई, के चचेरे भाई और परिवार के वकील रोसेन पैराडिसो फोडेरा ने बताया कि इससे पहले उनकी बहन और ग्रेस की बेटी रीटा फुस्को (55) का पांच दिन पहले कोरोना वायरस के कारण निधन हो गया था। फ्यूस्को जैक्सन की बहन एलिजाबेथ फुस्को ने बताया ‘यह हम सभी के लिए विनाशकारी है। ‘हमारी बहन रीटा को खोने से हमारा दिल टूट गया है। हमें सिर्फ अपने परिवार के सदस्यों को जीवन रक्षक दवा देने में मदद करने की जरूरत है।’
एलिजाबेथ के अनुसार, पीड़ित की बहन, पति और बच्चों को अस्पताल में निगरानी रखा गया है और उनके टेस्ट परिणाम का इंतजार है। परिवार की मौतों की वजह 69 वर्षीय जॉन ब्रेनन को माना जा रहा है। वह एक घोड़ा ट्रेनर था, और लिटिल फेरी में रहता था और कोरोना से संक्रमित था। न्यूजर्सी में कोरोना से मरने वाला ब्रेनन पहला शख्स था। राज्य के स्वास्थ्य आयुक्त के अनुसार, ब्रेनन ने हाल ही में फुस्को परिवार की एक सभा में भाग लिया था।
फोडेरा ने बताया कि सभा में एक नियमित डिनर आयोजित किया गया था। माना जा रहा है कि ब्रेनन की वजह से पूरा फुस्को परिवार वायरस की चपेट में आ गया । मीडिया ने बताया कि निधन से पहले ब्रेनन को हैकेंसैक यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया था। वह मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित था। राज्य के अधिकारियों का कहना है कि कार्डियक अरेस्ट में जाने के बाद ब्रेनन को 9 मार्च को रिवाइव किया गया था, लेकिन 10 मार्च को दूसरी कार्डिएक अरेस्ट से पीड़ित होने के बाद उनकी मौत हो गई।