नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इस वायरस से पूरी दुनिया में अब तक कई हजार लोगों की जान जा चुकी है। सबसे बुरे हालात इटली के हैं जहाँ इस वायरस से रोज़ाना सैकड़ों लोगों की मौत हो रही है। इन सारी मौतों का जिम्मेदार लोग कहीं न कहीं चीन को मान रहे हैं क्योंकि वहीँ से इस वायरस की शुरुआत हुई है।
इन सबके बीच कोरोना वायरस की पहली मरीज की पहचान उजागर हुई है। चीन के वुहान शहर में कोरोना वायरस ने जिस महिला को अपना पहला शिकार बनाया, उसकी उम्र 57 साल है। वेई गुझियान नाम की यह महिला वुहान में झींगा बेचती है। अच्छी बात यह है कि करीब एक महीने इलाज के बाद इस बुजुर्ग महिला की जान बच गई और अब वह स्वस्थ है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल और अन्य मीडिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार इसका नाम सामने आने के साथ ही कोरोना के पेशेंट जीरो का नाम दुनिया के सामने आया। पेशेंट जीरो का मतलब, वह व्यक्ति जिसमें किसी बीमारी के लक्षण सबसे पहले देखे गए।
इस महिला ने बताया, ‘मुझे हर बार ठंड के मौसम में सर्दी-जुकाम हो जाता है। 10 दिसंबर को ऐसा ही हुआ। मुझे थोड़ी ज्यादा थकान लगने लगी।मैं उसी दिन अपने पास के एक क्लीनिक पर गई और दवा लेने के बाद फिर से मार्केट में अपना काम करने लगी। मेरी हालत बिगड़ने लगी तो मैंने वुहान के द इलेवंथ हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाया। वहां पर भी मेरी बीमारी का पता नहीं चला और मुझे दवाइयां दे दी गईं।
इसके बाद 31 दिसंबर को इस महिला को कोरोना वायरस से पीड़ित बताया गया। महिला उन 27 मरीजों में शामिल थी, जिन्हें सबसे पहले कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। शुरुआत में चीन के प्रशासन ने लापरवाही बरती और इस महिला से इसके परिवार को और फिर दूसरे कई लोगों को संक्रमण हो गया
चीन के प्रशासन ने दिसंबर के आखिर में इस महिला को क्वारंटीन किया।