लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं लेकिन बावजूद इसके यूपी सरकार इस वायरस से निपटने के लिए लगातार जी जान से लगी हुई है। खासतौर से सीएम योगी इस वायरस को ख़त्म करने के लिए एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं। हाल ही में कोरोना कप रोकने के लिए एक नई नीति अपनाई है। जिसकी तारीफ अब तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री कर रहे है। प्रदेश में योगी सरकार ने कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित किया है। जिन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया है। इन क्षेत्रों में दिखाई देने वाले किसी भी शख्स की चेकिंग के भी आदेश सीएम योगी ने दिए हैं। अब इस नीति को कई राज्यों में भी अपनाया जा रहा है।
मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने लखनऊ में लोकभवन में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि यूपी में कोरोना से निपटने के लिए बनाई गई हॉटस्पॉट व्यवस्था की पूरे देश में प्रशंसा हो रही है। हॉटस्पॉट को लेकर जो रणनीति लगभग चार दिन पहले यहां लागू की गई है, उसे अन्य प्रदेशों ने भी लागू किया है। यह रणनीति काफी कारगर सिद्ध हुई है।
हॉट स्पॉट व्यवस्था के तहत जिस क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव केस मिलता है, उसे पूरे क्षेत्र की बैरिकेडिंग कर अंदर आने-जाने के रास्ते बना दिए जाते हैं।
हॉट स्पॉट क्षेत्रों में कोई घर से नहीं निकल सकता। स्वास्थ्य, सफाई, आवश्यक वस्तु की डोर टू डोर स्टेप डिलीवरी वाले कर्मी ही आ-जा सकते हैं।
प्रत्येक हॉट स्पॉट के लिए एक मजिस्ट्रेट और एक पुलिस अधिकारी नामित कर दिया गया है।पानी में दवा डालकर पूरे क्षेत्र को फायर ब्रिगेड के माध्यम से सेनिटाइज किया जा रहा है। इस दौरान यदि कोई व्यक्ति बाहर निकलता है तो धारा 188 के तहत चालान, वाहन का भी चालान कर जब्त किया जा रहा है।