नई दिल्ली। चीन के वुहान से निकला कोरोना वायरस दुनियाभर में हजारों लोगों की जान ले चुका है जबकि लाखों की संख्या में लोग इसके संक्रमण के शिकार हैं। अमेरिका और इटली में सबसे ज्यादा बुरे हालात हैं वहां रोज़ हज़ारों की संख्या में इस वायरस से दम तोड़ रहे हैं। पूरी दुनिया इस खतरनाक वायरस की वैक्सीन बनाने में।जुटी हुई लेकिन अब तक किसी भी देश को सफलता नहीं मिली है। इस बीच एक ऐसी रिसर्च सामने आई है जो इन वैज्ञानिकों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
ऑस्ट्रेलिया और ताइवान के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए शोध में कुछ हैरान कर देने वाली बातें सामने आई हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, कोरोना वायरस भारत में अपना स्वरूप बदल रहा है जिसकी वजह से दुनिया भर में वैक्सीन को लेकर की जा रही वैज्ञानिकों की मेहनत पर पानी फिर सकता है।
नए स्टडी के मुताबिक कोरोना वायरस में नया बदलाव देखा गया है। यह बदलाव वायरस के स्पाइक प्रोटीन के हिस्से में देखा गया है। बता दें कि स्पाइक प्रोटीन के जरिए वायरस शरीर की कुछ कोशिकाओं को जकड़ कर रखता है।
कोरोना वायरस की कंटीली संरचना ही ACE2 एंजाइम युक्त कोशिकाओं को निशाना बनाती है। ACE2 एंजाइम फेफड़ों में पाया जाता है। वैज्ञानिकों को अब तक यही जानकारी थी और वे ऐसी एंटीबॉडीज पर काम कर रहे थे जो कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम हो। लेकिन अचानक वायरस की संरचना में बदलाव होने से वैज्ञानिकों को नए सिरे से मेहनत करनी पड़ सकती है।