मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर में मॉब लिंचिंग के शिकार हुए संत सुशील गिरि की मौत के बाद उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। उनकी मां इस सदमे से उबर नहीं पा रही है। उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा है कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है। घटना से चार घंटे पहले उन्होंने अपनी मां को वीडियो कॉल भी किया था और कहा था कि मां गुरुजी के अंतिम संस्कार में जा रहा हूं, तुमसे मिलने की बहुत इच्छा हो रही है। लॉकडाउन के बाद घर आऊंगा तो खूब बात करेंगे।
महाराष्ट्र में भीड़ का शिकार हुए जूना अखाड़े के संत सुशील गिरी सुल्तानपुर के रहने वाले थे। 12 साल की उम्र में वो घर छोड़कर मुम्बई चले गए थे। यहां उनकी भेंट जूना अखाड़े के कुछ संतों से हुई। इसके बाद इन्होंने संन्यास ले लिया। वहां रामगिरि महाराज से दीक्षा लेकर पूजा-पाठ में रम गए।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधुओं की हत्या की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यहां अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे सुशील गिरी महाराज और कल्पवृक्ष गिरी महाराज सहित तीन लोगों को हत्यारी भीड़ ने लाठी डंडों से पीट पीटकर मार डाला। हैरानी की बात ये है कि जिस समय वारदात को अंजाम दिया जा रहा था वहां पुलिस भी मौजूद थी लेकिन वो वहां खड़ी तमाशा देखती रही। सोशल मीडिया में जो वीडियो वायरल हुए हैं उनमें इस घटना की वीभात्सता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। फिलहाल इस मामले में पुलिस 110 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।