नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनिया के कई देशों में कहर बरपा रहा है लेकिन इस वायरस से सबसे ज्यादा तबाही विकसित देशों जैसे इटली और अमेरिका में मची है। अमेरिका में तो रोज़ हजारों लोग इस वायरस से मौत के मुंह में जा रहे हैं जबकि लाखों इससे संक्रमित हैं। अमेरिका में अबतक 60 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस से दम तोड़ चुके हैं। दुनिया के कई बड़े देश जैसे अमेरिका, चीन और जापान इस वायरस का टीका विकसित करने में लगे हैं लेकिन अब तक उन्हें नाकामी ही हाथ लगी है। लेकिन इन सबके बीच अमेरिका से एक आशा की किरण दिखाई दे रही है।
दरअसल अमेरिका के नॉर्थशोर यूनिवर्सिटी हेल्थ सिस्टम के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरव शाह ने कहा है कि एंटी पैरासाइट (कीड़े मारने की) दवा इन्वर्टीमाइसिन से कोरोना के वायरस को महज दो दिन में मारा जा सकता है। शाह के मुताबकि, ये दवा सुरक्षित है और दुनियाभर में आसानी से मिल सकती है। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित मोनाश बायोमेडिसिन डिस्कवरी इंस्टीट्यूट के डॉ. काइली वॉगस्टाफ का भी कहना है कि उन्होंने अध्ययन में पाया है कि दवा की एक डोज से वायरस का आरएनए को 48 घंटे या 24 घंटे के भीतर खत्म कर सकता है।
इसके अलावा फ्लोरिडा के ब्रोवॉर्ड हेल्थ मेडिकल सेंटर के डॉ. जैक्स रैज्टर का कहना है कि वे पहले से ही संक्रमितों के इलाज में इस दवा का प्रयोग कर रहे हैं। दवा का असर भी दिख रहा है। इसी तरह उटाह यूनिवर्सिटी के डॉ. अमित पटेल ने शोध में कहा, फेफड़े में नुकसान वाले वेंटिलेटर पर रखे गए गंभीर मरीजों में भी इन्वर्टीमाइसिन का बेहतर परिणाम देखने को मिला।