नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में रविवार को आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। इन्ही में से एक थे कर्नल आशुतोष शर्मा। कर्नल आशुतोष शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के निवासी थे। खानपुर थाना क्षेत्र के गांव परवाना में जन्मे कर्नल आशुतोष की शहादत की खबर सुनकर पूरे गांव में मातम पसरा है।
वहीँ, पति की शहादत की खबर सुनकर उनकी पत्नी की आंखें छलक पड़ीं लेकिन उन्होंने खुद को संभाला। शहीद कर्नल की पत्नी पल्लवी ने कहा, ‘आर्मी ज्वाइन करने के बाद से उनका पैशन और ड्रीम सिर्फ उनकी यूनिफार्म थी। ऐसे में कोई उनकी शहादत पर अफसोस जताए, यह सही नहीं है। आशु ने आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान जो किया यह उनका निर्णय था। हमें उनके निर्णय का सम्मान करना पड़ेगा। वे देश के लिए शहीद हुए हैं। इसलिए हमारी आंखों में गम के आंसू नहीं हैं। हमें उनकी शहादत पर गर्व है।’पल्लवी ने कहा कि आखिरी बार मेरी उनसे मुलाकात फरवरी में उधमपुर में हुई थी। उसके बाद केवल फोन पर बात होती थी।
इसके अलावा, कर्नल आशुतोष शर्मा के भाई पीयूष शर्मा ने कहा कि मेरे भाई ने देश के लिए अपना जीवन बलिदान दिया है। मेरा बेटा भी आर्मी ज्वाइन करना चाहता है। मेरा बेटा उनसे बहुत प्रेरित है और जब वह अपने चाचा से मिलता था काफी प्रभावित होता था।
बता दें कि उत्तर कश्मीर में हंदवाड़ा इलाके के एक गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष शर्मा समेत पांच जवान शहीद हो गए। हालाँकि इस कार्यवाई में उन्होंने दो आतंकियों को भी ढेर कर दिया।