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मोदी के इस मास्टरस्ट्रोक से घुटने पर आया चीन, भारत ने खुलकर किया ड्रैगन का विरोध

नई दिल्ली। पूरी दुनिया कोरोना के लिए सिर्फ चीन को दोषी मान रही है। चीन जहां इस वायरस से लगभग उबर चुका है वहीँ दुनिया के अन्य देशों में ये वायरस जमकर कहर बरपा रहा है। सबसे ज्यादा खराब हालात तो सुपर पावर अमेरिका के हैं जहां कोरोना से मौतों का आंकड़ा एक लाख तक पहुंचने वाला है। अमेरिका लगातार इसके लिए चीन को जिम्मेदार ठहराता आ रहा है। अब अमेरिका के बाद ऑस्ट्रेलिया यूरोपीय संघ के सभी देश चीन के खिलाफ खड़े हो गए हैं। इस बीच भारत भी पहली बार चीन के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है।
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के एग्जीक्यूटिव बोर्ड की कमान सोमवार से भारत के हाथों में आ गई है।

भारत ने भी इस बात की वकालत की है कि कोरोना संक्रमण को लेकर चीन की जवाबदेही तय करने के लिए जांच होनी ही चाहिए। इसको लेकर विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की सोमवार को एक बैठक हुई। इस बैठक में कोरोना संक्रमण की जिम्मेदारी तय करने के लिए एक प्रस्ताव लाया गया। ऑस्‍ट्रेलिया यूरोपियन यूनियन की अगुआई वाले 62 देशों के इस प्रस्‍ताव में अब भारत भी शामिल हो गया है।

अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले दिन से ही चीन और डब्लूएचओ के खिलाफ मुखर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो विश्व स्वास्थ्य संगठन को चीन की कठपुतली तक कह दिया है। ट्रंप का तो साफतौर पर कहना है कि चीन ने अगर कोरोना वायरस लीक कर उसके प्रचार-प्रसार में मदद की, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 संक्रमण की सही तस्वीर पूरी दुनिया के सामने नहीं रखी। यही नहीं, ट्रंप उनके मंत्री साफतौर पर कहते आ रहे हैं कि डब्ल्यूएचओ ने इस पूरे प्रकरण में चीन को बचाने की ही कोशिशें की हैं।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH