नई दिल्ली। कांग्रेस और बीजेपी के बीच जारी बस पालिटिक्स थमने का नाम नहीं ले रही है। इस मामले पर पहले यूपी सरकार और प्रियंका गांधी आमने-सामने आ गईं थी। जिसके बाद लेटर वॉर शुरू हो गया था। बसों की लिस्ट जब प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को भेजी तो बीजेपी ने दावा किया कि लिस्ट में कई तीन पहिया वाहनों के नंबर समेत कारों के नंबर शामिल थे। जिसके बाद योगी सरकार ने धोखाधड़ी के आरोप में प्रियंका के निजी सचिव और यूपी कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी। बाद में प्रियंका ने कहा था कि चाहे तो आप बसों पर बीजेपी का झंडा लगा लें लेकिन बसें चल जाने दें।
फिलहाल से बस पालिटिक्स थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी बीच राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने यूपी सरकार को 36.36 लाख रुपये का बिल थमा दिया है। यह बिल कोटा से यूपी लाए गए बच्चों के लिए 70 बसें उपलब्ध करवाने का है। ये बिल उन छात्रों के नाम से भेजा गया है जिन्हें राजस्थान परिवहन की बसों से कोटा से यूपी भेजा गया था। गहलोत सरकार ने बिल भेजकर तुरंत भुगतान के लिए कहा है।
दरअसल, लॉकडाउन के दौरान कोटा में फंसे छात्रों की घर वापसी के लिए यूपी सरकार राजस्थान सरकार ने यूपी सरकार की मदद की थी बसें भेजी थीं लेकिन छात्रों की संख्या अधिक होने की वजह से राजस्थान सरकार ने अपनी कुछ बसों से छात्रों को यूपी स्थित उनके घर भिजवाया था। राजस्थान सरकार ने यूपी सरकार को कुल 36 लाख रुपये का बिल भेजा है