लखनऊ। कोरोना संक्रमण को देखते हुए जब पूरे देश के कंटेनमेंट जोन में लॉक डाउन है। हालांकि कनटेन्मेंट जोन के बाहर लॉकडाउन में कई तरह की छूट दी गई हैं लेकिन बिना मास्क लगाए बाहर निकलने की छूट किसी को भी नहीं है। सीएम योगी खुद हर रोज लॉकडाउन की समीक्षा बैठक करते हैं और पुलिसकर्मियों से लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करवाने को कहते हैं, लेकिन लगता है कि पुलिसकर्मी ही उनके निर्देशों को कोई तवज्जो नहीं देते हैं।
दरअसल, अंबेडकरनगर जिले में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाकर विदाई जुलूस निकालने वाले थानाध्यक्ष मनोज सिंह पर कार्यवाई हुई है। जिले के एसपी उन्हें निलंबित कर दिया है। एक सप्ताह पूर्व टांडा बीजेपी विधायक संजू देवी अपने समर्थकों के साथ बसखारी थाने पहुंची थी। वो बसखारी थानाध्यक्ष पर अवैध वसूली, कार्यकर्ताओं का शोषण समेत कई आरोपों को लेकर थानाध्यक्ष को हटाने की मांग पर अड़ गई थी। इस बाबत उन्होंने थाने पर कई घंटों तक धरना भी दिया था। जिसके बाद मनोज सिंह का तबादला कर उन्हें जैतपुर थाने पर बतौर थाना इंचार्ज तैनाती कर दी गई। मनोज सिंह की जब बसखारी से विदाई हुई तो पुलिस वाहन 112 पर सवार दर्जनों पुलिसकर्मी विदाई जुलूस में शामिल हुए।
जुलूस में शामिल ज्यादातर पुलिसकर्मियों ने सड़क पर निकलने के बावजूद मॉस्क नहीं पहन रखा था। निजी गाड़ियां भी जुलूस में शामिल की गईं और अनावश्यक ढंग से सायरन का प्रयोग किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक बनाते हुए उन्हें फूल और मालाओं से लाद दिया गया। उनके लिए बाकायदा मोटे मोटे पहिये वाली गाडी भी मंगवाई गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो मामला एसपी के संज्ञान में आया जिसके बाद थानाध्यक्ष मनोज सिंह को निलंबित कर दिया गया।