नई दिल्ली। आठ पुलिसवालों की जान लेने वाला हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे एसटीएफ से मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया है। यह मुठभेड़ उस दौरान हुई जब एसटीएफ विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लेकर निकली. भौति चोराहे के पास एसटीएफ के काफिले की एक गाड़ी पलट गई, जिसके बाद विकास दुबे ने एसटीएफ की बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की।
जानाकारी के मुताबिक, विकास दुबे को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी आज सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ। बताया जा रहा है कि जब गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उस समय विकास दुबे हथियार छीनकर भाग निकला। घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिस के बीच मुठभेड़ हई, जिसमें कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे ढेर हो गया।
विकास के सीने और सिर में गोली लगी। पुलिस उसे हैलट अस्पताल के लिए लेकर आई। हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई थी। कानपुर के हैलट अस्पताल ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि की है।