गोरखपुर। गोरखपुर में पांचवीं के छात्र बलराम के अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। 14 साल के बलराम की हत्या के बाद से ही उसके घर कोहराम मचा हुआ है। बलराम की मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। अपहरणकर्ताओं के बलराम के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दी थीं। जांच एजेंसियों के मुताबिक़, मारने से पहले बलराम के दोनों हाथ तोड़ दिए गए थे। गर्दन भी टूटी थी। सिर को निर्ममता से कूंचा गया था। हत्या के बाद शव सीमेंट की बोरी में ठूंस दिया था।
बोरी में डालने से पहले पैर को जोर देकर मोड़ा गया था। जब शव बोरे से निकाला गया तो एक बार पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ के लोगों की रूह कांप गई। कइयों की आंखों से आंसू निकल आए। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगा कि किशोर की हत्या से पहले कितनी यातनाएं दी गईं थीं। पुलिस ने इस मामले में अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि तीन अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक अपहरण और हत्याकांड में नई उम्र के लड़के शामिल हैं। ज्यादातर बलराम व उसके परिवार से परिचित लग रहे हैं। तीन और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले से पर्दा उठ सकेगा।
उधर, अपहरण के बाद 10 वर्ष के बच्चे की हत्या के मामले में बच्चे के पिता को पिपराइच विधायक, डीएम और एसएसपी पांच लाख रुपये का चेक सौंपा। साथ ही सांत्वना दी कि जल्द ही सभी अपराधी जेल के अंदर होंगे। बच्चे को अगवा कर उसकी हत्या कर देने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने पांच लाख रुपये सहायता राशि देने का एलान किया था। उसी क्रम में परिजनों को चेक सौंपा गया।