बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल में जज और उनके बेटे की मौत जहरीला खाना खाने की वजह से हुई थी। ये जहरीला आटा जज की महिला मित्र ने उन्हें दिया था, जिसको खाने के बाद जज और उनके एक बेटे की मौत हो गई जबकि पत्नी और एक बेटा बच गए। पूछताछ के दौरान जज की महिला मित्र संध्या सिंह ने सारे राज उगले हैं। उसने पुलिस के सामने कबूल किया है कि उनके परिवार को खत्म करने के लिए आटे में जहर मिला कर दिया था। पुलिस ने इस घटना में शामिल तांत्रिक देवीलाल समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बैतूल एसपी सिमाला प्रसाद ने कहा कि जांच से पता चला कि एडीजे को संध्या ने पारिवारिक कलह दूर करने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लेने की सलाह दी थी। जिसके चलते दोनों के बीच आटे का अदान-प्रदान हुआ था। 26 जुलाई को उस आटे की रोटी खाने की वजह से एडीजे और उनके बेटे की मौत हो गई। जबकि छोटे बेटे की तबियत बिगड़ गई थी। चूंकि छोटे बेटे ने आधी रोटी ही खाई थी इसलिए उसकी जान बच गई। संभावना जताई जा रही है कि आटे में कोबरा सांप का जहर मिलाया गया था लेकिन पुलिस का कहना है कि इसका खुलासा आटे के सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा।
जज महेंद्र त्रिपाठी आरोपी महिला संध्या सिंह की आर्थिक मदद भी करते थे। एसपी सिमाला प्रसाद ने कहा कि एडीजे ने इन लोगों को पिछले 10 सालों में कई बार मदद के लिए पैसे दिए थे। प्रथम दृष्टता के अनुसार एडीजे पैसे वापस देने का दबाव डाल रहे थे।