नई दिल्ली। एम्स में सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉक्टर अनुराग श्रीवास्तव ने झाड़ू इस्तेमाल से कोरोना के संक्रमण की बात कही है। उन्होंने कहा कि झाड़ू के इस्तेमाल और खुले में कचरा रखने से भी कोरोना संक्रमण बढ़ जाता है। वायरस 3 से 5 दिनों तक कहीं भी रहता है। यहां तक कि अगर एक संक्रमित व्यक्ति छींकता है या खांसी करता है, तो उसके शरीर से निकलने वाले वायरस के कण आसपास के क्षेत्र में फैल जाते हैं।
सार्वजनिक स्थानों पर कचरे को डंप करने पर ये कण धूल भरी मिट्टी में फैल जाते हैं। अगर इस समय कोई व्यक्ति यहां से गुजरता है, तो वायरस इनहेलेशन की मदद से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है। यह वायरस को फैलाने में मदद करता है। डॉक्टर ने 2 अक्टूबर को झाड़ू के बजाय सफाई अभियान में एक वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करने की अपील की है।
डॉक्टरों के मुताबिक, लोगों को कोरोना से जुड़े कचरे, मास्क, दस्ताने, पीपीई किट को खुले में नहीं रखना चाहिए। इनको कचरे को एक बैग में बंद करें और इसे 3 दिनों तक एक जगह नी रख दें। इसके बाद इसे सही जगह पर ले जाएं और फेंक दें। ऐसा करने से संक्रमण को होने से रोका जा सकेगा।