नई दिल्ली। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन के व्यापक प्रयोग से पहले दुनियाभर में इस महामारी से 20 लाख लोगों की मौत हो सकती है। डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रमुख माइक रेयान ने कहा कि जब तक हम प्रयास करेंगे 20 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी होगी। कोरोना वायरस से सामने आने के नौ महीनों में ही करीब 10 लाख लोगों की मौत हो गई है।
माइक रेयान ने कहा कि कोरोना वायरस फैलाने के लिए युवाओं को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। चीन के नेशनल हेल्थ मिशन के अधिकारी झेंग झोंगवेई ने कहा कि चीन ने डब्ल्यूएचओ से कोरोना की प्रायोगिक वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए जून में ही मंजूरी ले ली थी। उस समय तक वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल भी पूरा नहीं हुआ था।
इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि कोई वैक्सीन वायरस के खिलाफ पूरी तरह कारगर होगी।