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100 से ज्यादा बार ‘क्राइम पेट्रोल’ देख नाबालिग ने की पिता की हत्या, लेकिन एक गलती से पकड़ा गया

मथुरा। यूपी के मथुरा में 17 साल के लड़के ने क्राइम पेट्रोल के 100 एपिसोड्स देखने के बाद अपने पिता की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपनी मां के साथ पिता के शव को घर से पांच किमी दूर जंगल ले गया और पेट्रोल डालकर आग लगा दी, जिससे सारे सबूत नष्ट हो जाएं। इसके कुछ दिन बाद पुलिस को जंगल से एक शव बरामद हुआ लेकिन वो इसकी पहचान नहीं कर सकी। लेकिन कहते हैं कि अपराधी चाहे कितना भी चालाक हो वो कोई न कोई गलती कर जाता है। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ और पुलिस ने अपने पिता की हत्या के जुर्म में नाबालिग लड़के को गिरफ्तार कर लिया।

कक्षा 12वीं के छात्र को जब बुधवार को गिरफ्तार किया गया और पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की जांच की तो पता चला कि उसने क्राइम पेट्रोल सीरीज 100 से ज्यादा बार देखी थी। खबरों के अनुसार, पिता के डांटने पर बेटे ने 2 मई को अपने 42 वर्षीय पिता मनोज मिश्रा की हत्या कर दी। लड़के ने पिता के सिर पर लोहे की छड़ से वार किया और जब वह बेहोश हो गए, तो उसने कपड़े के टुकड़े से उनका गला घोंट दिया।

बाद में उसी रात लड़के ने अपनी मां की मदद से शव को लगभग 5 किलोमीटर दूर जंगल में ले गया और पहचान मिटाने के लिए उसे पेट्रोल से जला दिया और फिर टॉयलेट क्लीनर की मदद से सबूत मिटा दिए। इसके बाद वो निश्चिंत हो गया कि पुलिस अब उसे नहीं पकड़ पाएगी। 3 मई को पुलिस को आंशिक रूप से जला हुए शरीर मिला लेकिन वह उसकी पहचान नहीं कर सकी क्योंकि किसी भी पुलिस स्टेशन में किसी भी व्यक्ति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी।

आखिरकार इस्कॉन के अधिकारियों के दबाव में परिवार ने 27 मई को मनोज मिश्रा की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, क्योंकि मनोज मिश्रा वहां दान इकट्ठा करने का काम करते थे और गीता का प्रचार करने के लिए अक्सर यात्राएं करते थे। इसी कारण उनकी लंबी अनुपस्थिति से किसी को संदेह नहीं हुआ था। बाद में शव पर मिले चश्मे से उनके साथियों ने उनकी पहचान कर ली। इसके बाद पुलिस ने मनोज के बेटे से पूछताछ करनी चाही तो थाने आने से बचने लगा। वो पूछने लगा कि कानून के किन प्रावधानों के तहत उससे पूछताछ करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, जब पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की जांच की तो उन्होंने पाया कि उसने कम से कम 100 बार क्राइम पेट्रोल के ऐपिसोड्स देखे थे। कई दौर की पूछताछ के बाद लड़का आखिरकार टूट गया और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH