नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में बोरवेल में गिरे मासूम को बचाया नहीं जा सका। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में रविवार सुबह 3:00 बजे बच्चे का मृत शरीर निकाला गया। करीब 90 घंटे से प्रहलाद बोरवेल में फंसा रहा। प्रहलाद की सकुशल वापस निकलने का इंतजार कर रहे माता-पिता और परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलने के बाद गांव में मातम पसर गया है।
उधर, इस घटना पर राज्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- मुझे अत्यंत दुःख है की निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए। एसडीआरएफ़, एनडीआरएफ़, और अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में आज सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- दुःख की इस घड़ी में, मैं एवं पूरा प्रदेश प्रहलाद के परिवार के साथ खड़ा है और मासूम बेटे की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहा है। सरकार द्वारा प्रहलाद के परिवार को ₹5 लाख का मुआवज़ा दिया जा रहा है, एवं उनके खेत में एक नया बोरवेल भी बनाया जाएगा।