कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर किसी का भी कलेजा कांप जाए। निःसंतान चाचा-चाची के लिए भतीजे ने दोस्त के साथ गांव की ही एक बच्ची को अगवाकर उसके साथ रेप किया और अंग काटकर निकाल लिए। इसके बाद निर्दयी दंपति बच्चे की चाहत में बच्ची का कलेजा खा गए।
शादी के 20 साल बाद भी पति-पत्नी का कोई बच्चा नहीं था। उन्हें किसी तांत्रिक ने बताया कि अगर दिवाली की रात वो किसी बच्ची की कलेजा खा लेते हैं तो उन्हें संतान की प्राप्ति होगी। बच्चे की चाहत में उन्होंने अपने भतीजे से बच्ची की हत्या कर लिवर की मांग की थी। भतीजे ने अपने एक साथी संग पहले बच्ची से रेप किया, फिर चाकू से पेट फाड़कर उसका लिवर लाकर चाची को दिया था। दंपती ने लिवर खाकर बाकी अंग ठिकाने लगा दिए थे।
घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित भदरस गांव में दिवाली की शाम 6 साल की बच्ची खेलते समय लापता हो गई थी। बच्ची के परिजनों ने उसे बहुत तलाश किया लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। रात भर तलाश करने के बाद सुबह हुई तो भद्रकाली मंदिर के पास कुत्ते एक बच्चे का शव नोंच रहे थे। ग्रामीणों ने बच्ची को पहचान लिया और परिजनों को सूचना दी। बच्ची के दोनों फेफड़े समेत शरीर के कई अंग गायब थे। इसके साथ ही बच्ची के हाथ-पैर में लाल रंग लगा हुआ था। उसके बगल में नमकीन और बिस्कुट के पैकेट पड़े थे। सूचना पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने चार घंटे तक शव उठने नहीं दिया। एसपी ग्रामीण और डीआईजी के आश्वासन पर शव को हाथ लगाने दिया। फिलहाल पुलिस ने मामले के चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।