नई दिल्ली। मुंबई में हुए आतंकी हमले की आज 12वीं बरसी है। 26 नवंबर 2008 को समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों ने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में ऐसा खूनी खेल खेला कि 200 के करीब मासूम जिंदगियां मौत के आगोश में समां गईं। पीएम मोदी ने इस दिन को याद करते हुए कहा कि 26/11 मुंबई हमले का जख्म भारत भूल नहीं सकता और आज का भारत नई नीति के साथ आतंकवाद का मुकाबला कर रहा है।
पीएम मोदी ने गुजरात के केवड़िया में 80वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन के समापन सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज की तारीख देश पर सबसे बड़े आतंकी हमले के साथ जुड़ी हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज की तारीख, देश पर सबसे बड़े आतंकी हमले के साथ जुड़ी हुई है। 2008 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई पर धावा बोल दिया था। इस हमले में अनेक भारतीयों की मृत्यु हुई थी। कई और देशों के लोग मारे गए थे। मैं मुंबई हमले में मारे गए सभी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आज मुंबई हमले जैसी साजिशों को नाकाम कर रहे, आतंक को एक छोटे से क्षेत्र में समेट देने वाले, भारत की रक्षा में प्रतिपल जुटे हमारे सुरक्षाबलों का भी वंदन करता हूं।”