बलरामपुर। यूपी के बलरामपुर में जिंदा जलाकर हुई पत्रकार राकेश सिंह व उसके साथी की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में कलवारी की महिला प्रधान सुशीला देवी का बेटा केशवानंद भी शामिल है। राकेश सिंह ग्रामसभा कलवारी में सरकारी रुपयों के दुरुपयोग व बंदरबांट की खबर लिख रहे थे जो महिला प्रधान सुशीला देवी व उनके बेटे को नागवार लग रही थी। इसी के बाद केशवानंद ने अपने साथियों के साथ मिलकर पत्रकार की हत्या का प्लान बना डाला। आरोपियों ने घर को जलाने के लिए अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया था ताकि हत्या एक हादसे की तरह लगे।
बलरामपुर के एसपी देव रंजन वर्मा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में ललित मिश्रा, केशवानंद मिश्रा और अकरम अली शामिल हैं। एसपी ने कहा कि केशवानंद की मां ग्राम प्रधान थीं और राकेश सिंह ने उनके कामकाज में भ्रष्टाचार को उजागर किया था। आरोपी इस वजह से राकेश सिंह से नाराज था। एसपी ने कहा, वे कुछ बातचीत करने के बहाने उनके घर गए। उन्होंने राकेश सिंह और उनके दोस्त को शराब पिलाई और बाद में घर में आग लगा दी।
पुलिस अधिकारी ने कहा, केमिकल का इस्तेमाल कर घर को जलाने के लिए ललित मिश्रा और केशवानंद मिश्रा ने अकरम अली उर्फ अब्दुल कादिर की मदद ली, जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने में माहिर हैं। स्थानीय समाचार पत्र के लिए काम कर रहे 35 वर्षीय पत्रकार राकेश सिंह और 32 वर्षीय उनके दोस्त पिंटू साहू शनिवार को कलवारी गांव में घर में लगी आग में गंभीर रूप से झुलस गए थे। साहू की मौके पर ही मौत हो गई और 90 फीसदी जलने के साथ राकेश सिंह को लखनऊ के अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।