अयोध्या। इस समय पूरे उत्तर भारत को कड़ाके की ठंड ने अपने आगोश में ले लिया है। मौसम के बदलाव से रामलला भी अछूते नहीं है। उन्हें ठंड से बचाने के तरह तरह के जतन किए जा रहे हैं। भले ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामलला टेंट से निकलकर आधुनिक सुविधाओं से संपन्न अस्थाई मंदिर में विराजमान हैं लेकिन मंदिर प्रशासन उनकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।
अयोध्या में रामलला को ठंड से बचाने के लिए गर्म कंबल, रजाई और गद्दे के माध्यम से गर्माहट दी जा रही है। इतना ही नहीं ब्लोअर 24 घंटे भगवान रामलला के पास चलता है. जिससे गर्भ ग्रह गर्म रहे और भगवान को ठंड का एहसास ना हो. रामलला को सुबह पुष्प से ही स्नान कराया जा रहा है.
श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि कई वर्षों से विवाद के कारण रामलला टेंट में विराजमान थे, जहां उन्हें सिर्फ एक रजाई, दो प्रकार के वस्त्र ही मिल पा रहे थे। टेंट में होने के कारण किसी भी प्रकार का यंत्र प्रयोग नहीं किया जा सकता था, लेकिन अब रामलला पहली बार आधुनिक सुख सुविधा से युक्त मंदिर में विराजमान हैं। ठंड को लेकर गर्म हवा देने वाले ब्लोअर मशीन, गद्दा, रजाई और वस्त्र के साथ सभी सुविधाएं मौजूद हैं। इस बार रामजी, हनुमानजी समेत सभी को गर्म वस्त्र धारण कराए गये हैं।