नई दिल्ली| वैश्विक कैब कंपनी उबर ने शुक्रवार को देश के पूर्व सैनिकों से उद्यमशीलता के अवसर के तहत चालक के रूप में जुड़ने का आग्रह किया। कंपनी ने यह ‘उबरशान’ पहल के तहत शुरू किया है। भारतीय पूर्व सैनिकों को सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए उबर ने रक्षा मंत्रालय के साथ भागीदारी की है। इसके जरिए कंपनी रुचि रखने वाले कर्मियों को उबर मंच के जरिए चालक के रूप में मौका देगी।
उबर संस्थापक और मुख्य कार्यकारी ट्रविस कालनिक ने संवाददाताओं से कहा, “उबरशान कार्यक्रम इन लोगों को सशक्त बनाने के लिए है जिससे ये अपने परिवार की सहायता कर सकें और लोगों को भारतीय पूर्व सैनिकों को अच्छी तरह से जानने का अवसर मिल सके।” कालनिक ने कुछ चालकों को असामान्य सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया।
उबरशान पहल की शुरुआत मारुति और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के साथ भागीदारी में इस साल सितंबर में हुई। इसका मकसद साल 2018 तक दस लाख लोगों को जीविका के अवसर मुहैया कराना है।
इस पहल के तहत सैनफ्रांसिस्को की यह कंपनी अकुशल लोगों को वाहन चालक का प्रशिक्षण देगी। कंपनी प्रशिक्षित चालकों को वाहन के लिए धन, वाणिज्यिक लाइसेंस हासिल करने में भी मदद करेगी।