लखनऊ

मुस्लिमों ने दिया शिवपाल सिंह यादव को सहयोग का आश्वासन

तय है एनडीए प्रत्या शी रामनाथ कोविंद की जीत, एनडीए प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को ही वोट करूंगा, शिवपाल सिंह यादव, राष्ट्रपति चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी में फूट उजागरshivpal singh yadav
समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक, मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव
shivpal singh yadav

अल्‍पसंख्‍यक सभा की बैठक में शिवपाल ने की मुस्लिमों को लुभाने की कोशिश

लखनऊ। समाजवादी अल्पसंख्यक सभा की बैठक में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव द्वारा मुस्लिमों व अल्पसंख्यकों के उत्थान के लिए कार्यों के बारे में बताया गया। पार्टी कार्यालय पर सभा की हुई प्रादेशिक बैठक में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने बिना किसी नफे नुकसान का गुणा भाग किये मुस्लिमों के हित में कार्य किया। उनके हर सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहते हैं।

शिवपाल सिंह यादव की बातों से उत्साहित मुस्लिमों ने कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग का आश्वासन दिया. बैठक में मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि 2017 के चुनाव में हर बूथ पर तन-मन-धन से पार्टी को चुनाव जिताने का प्रयास किया जायेगा।

अल्पसंख्यक सभा की मांग पर पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों को अल्पसंख्यक सभा और महिला सभा के जिलाध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों को पार्टी की मीटिंगों में मंच पर स्थान देने के निर्देश प्रदेश अध्‍यक्ष ने दिए। अल्पसंख्यकों को लोहिया जी के सिद्धांत भी बताये। सर सैयद अहमद के लिए भारत रत्न की मांग भी की गई।

युवाओं को साम्प्रदायिक ताकतों से सावधान रहने का संदेश देते हुए शिवपाल सिंह ने कहा कि ऐसे लोग चुनाव के दौरान या अपने फायदे के लिए किसी भी प्रकार का प्रोपेगंडा कर सकते हैं।

नोटबंदी पर प्रधानमंत्री पर बरसते हुए शिवपाल ने कहा कि या बिना सोचे समझे उठाया गया कदम है। गांव में एटीएम तो दूर बैंकों की शाखाएं भी नहीं है। ग्रामीण किस प्रकार अपना गुजर-बसर करेंगे। यह सोचने की जरुरत ही नहीं समझी गई। बस सूट-बूट वालों की खुशी और फायदे के लिए देश की तमाम जनता को परेशान करने वाला तानाशाही फैसला लागू कर दिया।

शिवपाल ने सवाल उठाया कि महिलाओं ने जो एक-एक पैसा बचाकर जोड़ा था क्या वह काला धन था। अधिकांश बड़े लोगों ने 20 प्रतिशत में अपना काला धन सफेद करा लिया जबकि गरीब, मजदूर, किसान और छोटा व्यापारी लाईन में लगा है।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने लोगों से पूछा 2014 के चुनाव में मोदी ने क्या नारा दिया था। अच्छे दिन का नारा देकर लोगों के हाथों से रोजगार भी छीन लिया। मोदी ने दूसरे देशों द्वारा सीमाओं पर किये गये कब्जे वाली जमीन वापस लेने का भी वादा किया था लेकिन सत्ता मे आते ही वह इस वादे को भूल गये।

अपने पुराने संघर्षों की भी याद दिलाई और बताया कि किस प्रकार साम्प्रदायिक ताकतों के सत्ता में आते ही सपाईयों पर अत्याचार का सिलसिला शुरु हो गया था। कार्यकर्ताओं के साथ-साथ मुझ पर भी झूठे मुकदमें दर्ज कराये गये।

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