नई दिल्ली। कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वरिष्ठों को दरकिनार कर लेफ्टिनेंट जनरल विपिन रावत को नया सेना प्रमुख नियुक्त किए जाने का कारण बताने को कहा। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम प्रधानमंत्री से जानना चाहते हैं कि वे कौन से बाध्यकारी कारण थे जिसकी वजह से वरिष्ठताक्रम की इस अनदेखी की जरूरत पड़ी? क्यों वरिष्ठता के सिद्धांत, जो करीब दो दशकों से चला आ रहा था, का सम्मान नहीं किया गया?
उन्होंने कहा, क्या इसका मतलब है कि जिन अधिकारियों को किनारे किया गया वे इसके लिए अयोग्य थे या भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने मनमाने तरीके किसी को चुन लिया। तिवारी ने कहा, यह अधिक्रमण न सिर्फ अभूतपूर्व है, बल्कि शायद यह पहली बार हुआ है कि तीन वरिष्ठ जनरलों को दरकिनार कर दिया गया।
सरकार ने शनिवार को नए सेना प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल रावत को और एयर मार्शल बी.एस. धनोवा को भारतीय वायु सेना के नए प्रमुख के तौर पर नियुक्त किया। लेफ्टिनेंट जनरल रावत की नियुक्ति पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पी.एम. हारिज की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर की गई।
उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। प्रवर्तन निदेशक की पूर्णकालिक नियुक्ति करना हो या न करना हो, सीबीआई में तदर्थ नियुक्ति हो, जिस पर सर्वोच्च न्यायालय ने सवाल किए हैं, यह बहुत ही गंभीर मामले हैं जो दिखाते है कि यह सरकार संस्थानों की अखंडता को थोड़ा भी सम्मान नहीं देती। उन्होंने पूछा, देश के अगले प्रधान न्यायाधीश के बारे में अधिसूचना जारी करने में देरी क्यों की जा रही है।