लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के किसान सम्मलेन में कहा कि अन्नदाताओं की ताकत का अहसास सरकार को है। दुनिया जब सोती है तब हमारा अन्नदाता किसान रात्रि में, दिन की धूप में, सर्दी की परवाह किए बगैर दिन-रात एक कर इस धरती माता से अन्न उत्पन्न करता है और उसी अन्न से इस धरती के प्रत्येक व्यक्ति का पेट भरता है। जीवन चक्र का आधार है अन्न, इसके बगैर मानवीय सृष्टि की कल्पना भी नहीं की जा सकती। अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से बिना भेदभाव के प्रत्येक व्यक्ति के लिए अन्न उत्पन्न करना अपने आप में पुण्य का कार्य है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान कर्ज माफी का कार्य किया गया। अप्रैल 2017 में खरीद की नीति लाई गई, जिसमें क्रय केंद्रों से सीधे अन्न खरीदा गया। इसमें कोई भी बिचौलिया आढ़ती नहीं था। यूपी सरकार ने साढ़े 04 वर्षों में क्रय केंद्रों से रिकॉर्ड अन्न का क्रय किया है। कोरोना महामारी के दौरान दुनिया परेशान थी। ब्राजील जो चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक है, वहां उद्योग ठप हो गया। महाराष्ट्र की आधी से अधिक चीनी मिलें बंद हो गईं, कर्नाटक की कुछ मिलें बंद हुईं। लेकिन गन्ना विभाग ने सभी 119 चीनी मिलें चलाने का कार्य किया।
हम पीएम मोदी जी के आभारी हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से प्रत्येक गरीब के पेट को भरने के लिए अन्न उपलब्ध कराया। साथ-साथ फ्री में वैक्सीन भी दी। कल यूपी ने 10 करोड़ वैक्सीन देने की सफलता प्राप्त की। महामारी में सरकार की नीयत साफ थी, अन्नदाता बीमारी से लड़ने को तैयार था। देश में 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन उपलब्ध कराया गया। यूपी सरकार ने मई 2021 से नवंबर 2021 तक उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को फ्री में अन्न देने की व्यवस्था प्रारंभ की।