कुर्दिश डेनिस महिला से फाइटर से डरता है आईएस चीफ बगदादी
नई दिल्ली। दुनिया के लिए आतंक और बर्बरता का प्रतिरूप बन चुका खूंखार आतंकी संगठन आईएस एक कुर्दिश डेनिस महिला फाइटर से खौफ खाता है। आईएस आतंकियों से सीरिया ईराक में मुकाबला कर रही कुर्दिश सेना की लेडी फाइटर जोआना पलानी आईएस प्रमुख अल-बगदादी के लिए सिरदर्द बन गईं हैं।
इस फाइटर से खौफजदा इस्लामिक स्टेट ने घोषणा की है कि जो कोई भी पलानी को जान से मारेगा उसे 10 लाख डॉलर (6 करोड़ 78 लाख रुपये) का इनाम दिया जाएगा। 23 वर्षीय जोआना पलानी ने सीरिया और ईराक में आतंकी समूह से लड़ने के लिए 2014 में यूनिवर्सिटी को छोड़ दिया था।
फिलहाल वह डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन की एक जेल में बंद हैं और उन पर मुकदमा चल रहा है। इसके पीछे वजह यह है कि जून 2015 में उन पर 12 महीने का ट्रैवल बैन लगाया गया था। अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो उन्हें दो साल की सजा हो सकती है।
डेनमार्क वापसी के मद्देनजर पलानी को अक्सर दोनों तरफ से धमकियां मिलती रहती हैं। लेकिन हाल ही में आईएस ने उसकी हत्या का फरमान जारी किया है और हत्या करने वाले को बतौर इनाम 10 लाख डॉलर देने की पेशकश भी की है। आईएस ने यह फरमान सप्ताह के अंत में अरब मीडिया के माध्यम से कई भाषाओं में जारी किए हैं।
पिछले साल पुलिस द्वारा पासपोर्ट जब्त कर लिए जाने के बाद पलानी ने हाल ही में फेसबुक पर लिखा, ‘एक आधिकारिक सेना में एक सैनिक होकर कैसे मैं डेनमार्क और दूसरे देशों के लिए खतरा पैदा कर सकती हूं। डेनमार्क आईएस के खिलाफ लड़ाई में सीधे तौर पर प्रशिक्षण और समर्थन देता है।’
पलानी का परिवार ईरानी कुर्दिश है और उसका जन्म पहले खाड़ी युद्ध के दौरान ईराक के रमादी में एक शरणार्थी शिविर में हुआ था। जब वह बच्ची तो उसके परिवार को डेनमार्क में शरण मिली।
आईएस के खिलाफ कुर्दिश के संग्राम में शामिल होने के लिए 2014 में पलानी ने राजनीति की डिग्री छोड़ दी थी। इसके बाद सीरिया जाकर पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट को ज्वॉइन कर लिया था।
पलानी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि वह लोकतंत्र में महिलाओं के अधिकारों को लेकर लड़ने के लिए प्ररित हैं जोकि यूरोपीय मूल्यों के लिए मैंने एक डेनिश लड़की के रूप में सीखा है।