नई दिल्ली। चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग के दौरान उल्टी गिनती करने वाली इसरो वैज्ञानिक एन. वलारमथी का हार्ट अटैक के से निधन हो गया है। वलारमथी की उम्र 50 साल से अधिक थी और वो पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं, उन्हें चेन्नई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई।
मालूम हो कि चंद्रयान-3 तीसरा मून मिशन है जिसकी लॉन्चिंग 14 जुलाई को की गई थी और इसी काउंटडाउन में वलारमथी ने अपनी आखिरी आवाज दी थी. चंद्रयान-3 श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था.
N. Valarmathi के निधन पर ISRO के पूर्व वैज्ञानिक डॉक्टर पीवी वेंकट कृष्ण ने दुख जताया है। ‘श्रीहरिकोटा से इसरो के भविष्य के मिशनों की उलटी गिनती के लिए वलारमथी मैडम की आवाज अब सुनाई नहीं देगी। चंद्रयान-3 उनका अंतिम काउंटडाउन था। बहुत दुख हुआ। प्रणाम।’इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लोग इसरो वैज्ञानिक के निधन पर शोक जता रहे हैं।
बता दें कि चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी सतह पर उतरा था। इस सफलता के साथ ही भारत दुनिया का चौथा देश बन गया, जिसने चांद पर अपने मिशन को सफल बनाया। वहीं भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश है, जिसने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग कराई है।