Top NewsUttar Pradesh

रामोत्सव 2024 : योगी सरकार की मंशा के अनुरूप 75 नए भवन स्वामियों को दिया गया पेइंग गेस्ट प्रणाम पत्र

अयोध्या| योगी सरकार की मंशा के अनुरूप पेइंग गेस्ट योजना से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जा रहा है। अब तक 500 से अधिक भवन स्वामी इससे जोड़े जा चुके हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को आयुक्त गौरव दयाल और जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने आयुक्त सभागार में 75 नए भवन स्वामियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। नये भवन स्वामियों को योजना से जोड़ने का कार्य निरन्तर प्रगति पर है।
कार्यक्रम में अयोध्या विकास प्राधिकरण के कंसल्टेंट टेंट राकेश सिंह सहित भवन स्वामी उपस्थित रहे।

अतिथियों को उपलब्ध करायें बेहतर सुविधा

आयुक्त गौरव दयाल ने अनुरोध किया कि अयोध्या वासी होने के नाते सभी का कर्तव्य अतिथि भाव के साथ अच्छी सुविधा अतिथियों को प्रदान करना है। डीएम ने भवन स्वामियों से अपील की कि वे अपने यहां आने वाले अतिथियों को अच्छी से अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराएं, जिससे उन्हें घर जैसा महसूस हो।

आतिथ्य संस्कार की परंपरा को जीवंत रूप देना है

जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि इस योजना से जुड़कर सभी को आतिथ्य संस्कार की परम्परा को जीवन्त रूप देना है। हम उन्हें बेहतर सुविधायें देंगे तो हमारा सांस्कृतिक सम्बंध प्रगाढ़ होगा तथा और बड़ी संख्या में लोग आयेंगे। सभी लोग साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें, अतिथियों के प्रति व्यवहार अच्छा करें तो यहां से वे सुखद एहसास लेकर जाएंगे तथा पुनः वे आपके यहां आयेंगे इससे आप आर्थिक रूप से मजबूत होंगे और विचारों, संस्कृति आदि का आदान प्रदान भी होगा।

पर्यटन विभाग की तरफ से संचालित है योजना

गौरतलब है कि अतिथि देवो भवः की भावना से प्रेरित होम स्टे/पेइंग गेस्ट योजना उ0प्र0 सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जो पर्यटन विभाग द्वारा संचालित की जा रही है। अयोध्या होम स्टे पेइंग गेस्ट योजना के तहत ऐसे भवन स्वामी जिनके मकान में 2 से 5 तक अतिरिक्त कमरे हो वो इस योजना से जुड़ कर अतिरिक्त आय सृजित कर लाभ उठा सकते है। उनके कमरों की सुविधा के अनुसार यात्री/श्रद्वालुओं के ठहरने पर प्रतिदिन प्रति कमरे 1500 से 2500 किराया प्राप्त होगा। अयोध्या के जो भी भवन स्वामी इस योजना का लाभ उठाना चाहते है वो अयोध्या विकास प्राधिकरण में स्थापित कन्ट्रोल रूम या मोबाइल नं. 7607778924, 7607778926 पर फोन करके योजना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

=>
=>
loading...
BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH