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संसद में बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, जो इस साल पूरी हुई है

नई दिल्ली। बजट सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बीता साल भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा. उन्होंने सांसदों को महिला आरक्षण कानून बनाने के लिए बधाई भी दी. उन्होंने एशियन गेम्स के इतिहास में सबसे अधिक मेडल, चंद्रयान-तीन की सफलता, राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने का जिक्र किया.

अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपबल्धियों से भरा रहा है. इस दौरान देशवासियों का गौरव बढ़ाने वाले अनेक पल आए, दुनिया में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था बना, लगातार दो क्वार्टर से भारत की विकास दर 7.5 प्रतिशत से ऊपर रही है. भारत चंद्रमा के दक्षिण ध्रुप पर झंडा फहराने वाला पहला देश बना. उन्होंने कहा कि राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, जो इस साल पूरी हुई है।

भारत ने सफलता के साथ आदित्य मिशन लॉन्च किया, धरती से 15 लाख किमी दूर अपनी सैटेलाइट पहुंचाई. ऐतिहासिक जी-20 सम्मेलन की सफलता ने पूरे विश्व में भारत की भूमिका को सशक्त किया. भारत ने एशियाई खेलों में पहली बार 100 से अधिक मेडल जीते और पैरा एशियाई खेलों में भी सौ से अधिक मेडल जीते. भारत को अपना सबसे बड़ा समुद्री पुल अटल सेतु मिला. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद में अपने संबोधन में कहा कि भारत को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन तथा पहली अमृत भारत ट्रेन मिली.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन के दौरान कोरोना महामारी और युद्ध का भी जिक्र किया. राष्ट्रपति ने कहा कि बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया. ऐसे वैश्विक संकट के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा और सामान्य भारतीयों का बोझ नहीं बढ़ने दिया. 2014 से पहले के दस वर्षों में औसत महंगाई दर 8 प्रतिशत से अधिक थी. पिछले दशक में औसत महंगाई दर 5-10 प्रतिशत रही. मेरी सरकार का प्रयास रहा है कि सामान्य देशवासी की जेब में अधिक से अधिक बचत कैसे हो. पहले भारत में 2 लाख रुपये की आय पर टैक्स लग जाता था आज भारत में सात लाख तक की इनकम पर टैक्स नहीं लगता.

मेरी सरकार मानती है कि विकसित भारत की भव्य इमारत चार मजबूत स्तंभों पर खड़ी होगी. ये स्तंभ हैं युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब. देश के हर हिस्से और हर समाज में इन सभी की स्थिति और सपने एक जैसे ही है. इसीलिए इन चार स्तंभों को सशक्त करने के लिए मेरी सरकार निरंतर काम कर रही है. मेरी सरकार ने टैक्स का एक बहुत बड़ा हिस्सा इन स्तंभों को मजबूत बनाने पर खर्च किया है. चार करोड़ दस लाख गरीब परिवारों को अपना पक्का घर मिला है. इस पर लगभग 6 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH