नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एटीएस ने एक आईएसआई के एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी सत्येंद्र सिवाल रूस की राजधानी मास्को में मौजूद भारतीय दूतावास में इंडिया बेस्ट सिक्योरिटी असिस्टेंट के पद पर तैनात है। सत्येंद्र पर आईएसआई के हैंडलर्स को भारत के दूतावास, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की महत्वपूर्ण गोपनीय सूचना देने का आरोप है। उसने अपना अपराध कबूल भी एकर लिया है। एटीएस ने बताया कि संदिग्ध सतेंद्र सिवाल साल 2021 से रूस के भारतीय दूतावास (IBSA) के पद पर कार्यरत है। इस शख्स के पास से एटीएस ने 2 मोबाइल फोन, 1 आधार कार्ड, पैन कार्ड, पहचान पत्र और 600 रुपये नकद बरामद किए हैं।
एटीएस ने बताया कि एटीएस को विभिन्न गोपनीय सूत्रों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी ISI के हैंडलरों द्वारा कुछ छद्म नाम के व्यक्तियों से विदेश मंत्रालय भारत सरकार के कर्माचारियों को बहला फुसलाकर और धन का लालच देकर भारतीय सेना से संबंधित भारत की सामरिक व रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण, गोपनीय सूचनां प्राप्त की जा रही हैं, जिससे भारत की आंतरिक एवं बाह्य सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा उत्पन्न होने की संभावना है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए यूपी एटीएस ने सिवाल से पूछताछ की तो शुरू में उसने असंतोषजनक जवाब दिए। हालांकि, बाद में उसने जासूसी करने की बात कबूल कर ली और उसे मेरठ में गिरफ्तार कर लिया गया।
एटीएस की पूछताछ के दौरान, सतेंद्र सिवाल ने खुलासा किया कि वह भारतीय सेना और उसके दिन-प्रतिदिन के कामकाज के बारे में जानकारी निकालने के लिए भारत सरकार के अधिकारियों को पैसे का लालच देता था। उस पर भारतीय दूतावास, रक्षा मंत्रालय और विदेश मामलों के बारे में महत्वपूर्ण और गोपनीय जानकारी आईएसआई हैंडलर्स को देने का भी आरोप लगाया गया है।