गाजीपुर। माफिया मुख्तार अंसारी का शव उसके पुश्तैनी कब्रिस्तान युसुफपुर के कालीबाग में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। जनाजा निकलने से पहले मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता के अंतिम दर्शन किए और चेहरे पर ढकी चादर हटाकर उनकी मूछों पर वही ताव दिया जिसके लिए मुख्तार पहचाने जाते थे। दरअसल मुख्तार अंसारी को बड़ी मूछों का बहुत शौक था। अक्सर वह अपनी मूछों को सही करने और ताव देते नजर आते थे।
वहीँ इसके पहले मुख्तार के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी जिसके चलते पूरे गाजीपुर में धारा 144 लगा दी गई है। मुख्तार की मौत के बाद से ही पूरे जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मोहम्मदाबाद में मुख्तार के घर के बाहर और कब्रिस्तान तक पुलिस के साथ साथ पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। डीएम और एसपी खुद इलाके में कैंप कर रहे हैं। वहीं, माफिया के पोस्टमॉर्टम की प्राइमरी रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताया गया है लेकिन परिवार और विपक्षी दलों के आरोपों के बाद योगी सरकार ने मुख्तार की मौत की न्यायिक जांच का आदेश दिया है, इसके लिए कमेटी भी गठित कर दी गई है।
मुख्तार को दफना दिया गया है लेकिन परिवार अभी भी उसकी मौत को लेकर शासन-प्रशासन पर सवाल उठा रहा है। परिवार का आरोप है कि मुख्तार को जेल में धीमा जहर देकर मारा गया है। मुख्तार की मौत की क्या वजह है, इसकी न्यायिक और मजिस्ट्रेट जांच शुरू हो गई है। थोड़ी देर पहले अधिकारियों की टीम बांदा जेल पहुंची है। जिला जज, बांदा के एसपी और डीएम बांदा जेल पहुंचे हैं। इनके अलावा बांदा जेल के जेलर और दूसरे अधिकारी भी बांदा जेल पहुंचे हैं।