नई दिल्ली| केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को संसद में बजट पेश करते हुए कहा कि उत्पाद एवं सीमा शुल्क पर उनके प्रस्तावों से सरकारी खजाने को कोई खास लाभ या हानि नहीं होगी। सरकार के इस बजट से कुछ चीजें सस्ती हुई हैं तो कुछ महंगी हुई है।
सस्ते हुए सामान : एलईडी लैंप, सौर पैनल, मोबाइल फोन के लिए प्रिंटेड सर्किट बोर्ड, माइक्रो एटीएम, फिंगर प्रिंट मशीन, आइरिस स्कैनर।
महंगे हुए सामान : चांदी के सिक्के, सिगरेट, तंबाकू, बीड़ी, पान मसाला, पार्सल के जरिए आयातित सामान, वाटर फिल्टर मेंब्रेन और काजू।
जेटली ने बजट पेश करते हुए कहा, “केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के जरिए केंद्र सहकारी संघवाद की भावना से समझौता किए बिना वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के लक्ष्य को हासिल करना जारी रखेगा।”
उन्होंने कहा, “जीएसटी लागू होने से केंद्र और राज्य सरकारों को अधिक कर मिल सकता है क्योंकि इससे कर का दायर बढ़ेगा। मैंने उत्पाद एवं सेवा कर के मौजूदा ढांचे में अधिक बदलाव नहीं करना पसंद किया क्योंकि इनके बदले जल्द ही जीएसटी लागू होने वाला है।”