कराची| पाकिस्तान के सिंध प्रांत में गुरुवार को लाल शहबाज कलंदर दरगाह में हुए हमले के बाद सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ छेड़े गए राष्ट्रव्यापी अभियान में 44 दहशतगर्द मारे गए हैं। वहीं, दरगाह के संरक्षक ने शुक्रवार को घोषणा की कि ‘धमाल’ अनुष्ठान पूर्ववत जारी रहेगा। श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में दरगाह पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने संवाददाताओं से कहा कि दरगाह पर हुए हमले में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 88 तक पहुंच गई। पुलिस ने लाल शहबाज कलंदर दरगाह को शुक्रवार सुबह चारों तरफ से घेर लिया। घटनास्थल पर फॉरेंसिक जांचकर्ता पहुंचे हैं।
वहीं, दरगाह के संरक्षक इतनी बड़ी घटना के बाद भी अविचलित रहे और साप्ताहिक अनुष्ठान को जारी रखने का संकल्प लिया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग हिस्सा लेते हैं।
लोगों ने कहा है कि वे हमले से विचलित नहीं हुए हैं। यहां तक कि लोगों ने दरगाह में घुसने के लिए पुलिस की घेरेबंदी को तोड़ने का प्रयास भी किया।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तथा सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा सेहवान कस्बे पहुंचे और अस्पताल में घायलों से मिले। वे दरगाह पर भी गए। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह गुरुवार को हमले के तुरंत बाद से सेहवान में ही ठहरे हुए हैं, जो उनका निर्वाचन क्षेत्र भी है।
हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। एक फिदायीन हमलावर ने दरगाह परिसर में धमाल अनुष्ठान के दौरान भीड़ के बीच खुद को उड़ा लिया था। प्रांत के पुलिस महानिरीक्षक ने हमले को सुरक्षा में चूक करार दिया।
लाल शहबाज कलंदर दरगाह में हमले के बाद देश भर के धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है। कुछ को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है, जबकि कुछ अन्य में लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
दरगाह पर हुए हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकवादियोंके खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया, जिसमें कम से कम 44 आतंकवादी मारे गए हैं। बड़ी संख्या में संदिग्ध पकड़े भी गए हैं।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि अफगान सुरक्षा बल आईएस सहित सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि उस पर हमला करने वाले अफगानिस्तान की सरजमीं पर पल बढ़ रहे हैं।
नवाज शरीफ की विदेश नीति के सलाहकर सरताज अजीज ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हनीफ आत्मर से फोन पर बात की और जोर दिया कि हालिया आतंकवादी घटनाओं को लेकर पाकिस्तान की सरकार तथा लोग बेहद गुस्से में हैं।
अजीज ने अफगानिस्तान के अधिकारी से कहा कि पाकिस्तान में हालिया आतंकवादी घटनाओं में जमात-उल-अहरार समूह शामिल है। उन्होंने गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि आतंकवादी समूह अफगानिस्तान के पनाहस्थलों से लगातार अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा है।
पाकिस्तान सेना ने कहा कि अफगानिस्तान दूतावास के अधिकारियों को रावलपिंडी के जनरल मुख्यालय में बुलाया गया और उन्हें 76 आतंकवादियों की सूची थमाई गई।
‘द न्यूज इंटरनेशनल’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंध रेंजर्स की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कराची में चलाए गए अभियान में 18 आतंकवादी मारे गए, जबकि संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र की ओरकजई एजेंसी में छह आतंकवादी मारे गए।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू शहर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए, जबकि डेरा इस्माइल खान शहर में दो आंतकवादी मारे गए।
पेशावर में तलाशी अभियान के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए और दो आतंकवादी पंजाब प्रांत के सरगोधा शहर में मारे गए। एक सरकारी अधिकारी ने कहा, “संघीय व प्रांतीय प्रशासन ने देशभर से कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।” अधिकारी के अनुसार, अभियान आगे भी जारी रहेगा।