फतेहपुर। यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के बीच में रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने फतेहपुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अब अखिलेश की आवाज में दम नहीं रहा है। आज श्रीमान अखिलेश जी मतदान करने गए थे, उसके बाद जब टीवी पर सुबह देखा तो चेहरा लटक गया था और आवाज में दम नहीं था। डरे हुए थे, शब्द खोज रहे थे, जैसे बाजी हार चुके हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी में विकास के वनवास को 14 साल हो गए हैं। इसे खत्म होना चाहिए। सरकारी खजाने से धन लुटाकर, टीवी, अखबारों में छाए रहने से, प्रचार में पैसा खर्च करके एसपी सरकार ने सोचा था कि लोगों की आंखों में ऐसी धूल झोंकेंगे कि लोग दूसरा कुछ देख ही नहीं पाएंगे। ये जनता है सबकुछ जानती है।
मोदी ने जनता बड़ी आसानी से दूध का दूध पानी का पानी कर लेती है। आपके इरादे नेक हैं कि नहीं, नीयत साफ है कि नहीं, नीतियां ठीक हैं कि नहीं, प्राथमिकताएं उचित हैं कि अनुचित, ये जनता भली-भांति समझ लेती है। कुछ लोगों को लगा कि सब जगह तो पिट गए, यूपी में शायद अपने पुरखों के नाम पर बच जाएं।
गठबंधन पर कसा तंज दो
पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने तेज धूप नहीं देखी, रात में गांव कैसा होता है नहीं देखा, सोने की चम्मच लेकर पैदा हुए थे जो लोग। 27 साल यूपी बदहाल, गांव-गांव गए लेकिन कुछ नहीं हुआ। दो लोगों ने सोचा कि तू भी डूब रहा है और मैं भी डूब रहा हूं, चलो हाथ पकड़ लें शायद बच जाएं। जब हाथ पकड़े तो पहले ही दिन पता चला कि रास्ता बड़ा कठिन है।
उन्होंने कहा कि पहले दिन रथ पर निकले तो तार लटके थे रास्ते में, अखिलेश जी नहीं कांप रहे थे, लेकिन दूसरे साथी डर रहे थे कि कहीं करंट ना लग जाए। अखिलेश जी नहीं डर रहे थे, उन्हें पता था कि तार है पर बिजली कहां है।
अब अखिलेश की आवाज में दम नहीं रहा
रैली में मोदी ने आगे कहा कि पहले सपा वाले कहते थे कि दो तिहाई से ज्यादा बहुमत लेकर आएंगे, थोड़े दिन बाद ये कहना बंद कर दिया। फिर कहते हैं कि अब हम दोनों लोग मिल गए हैं और भारी बहुमत लेकर आएंगे।
मोदी ने चुनाव के शुरू में अकेले जीतेंगे कहते थे, फिर कहते थे कि समझौता किया इसलिए जीतेंगे, अब आज सुबह कह रहे हैं कि हमारी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनेगी ही। क्या हुआ, हौसले कैसे पस्त हो गए। कारण ये है कि जनता जनार्दन है। देश गलतियों को तो माफ करता है, लेकिन प्रजा के साथ धोखा, ये देश कभी नहीं माफ करता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस थानों को सपा के कार्यालय में बदल दिया गया है। जब एक सपा वाला, जिसकी साइकिल पर झंडा लटकता है, वो जबतक नहीं कहेगा, तब तक चाहे कितना भी ईमानदार व्यक्ति क्यों ना हो, थाने में बात सुनी ही नहीं जाती।