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हमारा दफ्तर छीना जाना अन्यायपूर्ण : केजरीवाल

Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal. (File Photo: IANS)

नई दिल्ली| दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक केजरीवाल ने उप राज्यपाल अनिल बैजल द्वारा आप के राजधानी स्थित एकमात्र दफ्तर को बंद करने के कदम को अन्यायपूर्ण करार दिया है। केजरीवाल ने शनिवार को मीडिया से कहा कि शुक्रवार का यह फैसला आप को खत्म करने की एक साजिश है लेकिन यह कभी कामयाब नहीं होगी।

केजरीवाल ने कहा कि आप दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी ही नहीं है बल्कि यह राज्य स्तर की मान्यता प्राप्त पार्टी है और इसे पूरा हक है कि शहर में इसके पास अपना दफ्तर हो। बैजल के फैसले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “यह अन्याय है।” केजरीवाल ने कहा, “हमारे पास एक दफ्तर था..हमने कुछ भी गलत नहीं किया। हम दफ्तर के लिए भीख नहीं मांग रहे हैं। हमें हक है कि हमारे पास दफ्तर हो।”

आप नेता ने कहा कि यह भी कितना अजब है कि जिस कांग्रेस के पास दिल्ली विधानसभा में एक भी सीट नहीं है, उसका मुख्यालय दिल्ली में है और साथ ही दिल्ली का दफ्तर अलग से है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास दिल्ली में दो अन्य दफ्तर और हैं तथा जमीन का टुकड़ा भी है। लेकिन, जिस पार्टी के पास विधानसभा की 70 में से 67 सीटें हैं, उसके पास अब कोई दफ्तर नहीं है।

दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित आप के कार्यालय को इस आरोप में बंद कर दिया गया कि इसे पार्टी को गलत तरीके से आवंटित किया गया था। आप ने इस आरोप को गलत बताया है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों के पास राष्ट्रीय राजधानी में कुल सात दफ्तर हैं, साथ ही दिल्ली का दफ्तर अलग से है।

उन्होंने कहा कि यहां तक कि आरजेडी और बसपा के भी दफ्तर दिल्ली में हैं। उन्होंने पूछा, “वो हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं? हमारा अपराध क्या है?” केजरीवाल ने कहा कि आप ने जिन ‘माफियाओं’ पर कार्रवाई की, वे सभी पार्टी को निशाना बना रहे हैं। इनमें विद्युत और दवा कंपनियां, पानी के टैंकर और निजी स्कूल शामिल हैं। उन्होंने कहा, “रोजाना हमारे बारे में नए झूठ फैलाए जाते हैं..जिनका न सिर होता है न पूंछ। वो हमें खत्म करना चाहते हैं। लेकिन, ऐसा होगा नहीं।”

केजरीवाल ने कहा कि आप का दफ्तर बंद किए जाने के बाद उनके पास दिल्ली के लोगों के बेशुमार प्रस्ताव आ रहे हैं जिनमें लोग अपने परिसरों को आप के इस्तेमाल के लिए पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जनता 23 अप्रैल (जिस दिन नगर निगम चुनाव होंगे) को बदला लेगी।”

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Dileep Kumar
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