केंद्र सरकार ने पीएनबी और इलाहाबाद बैंक के विलय को दी मंजूरी
लखनऊ। अब जल्द ही सरकारी क्षेत्र की दो बड़ी बैंक, पंजाब नेशनल और इलाहाबाद बैंक एक होने जा रहें हैं। केंद्र सरकार ने इनके विलय को मंजूरी दे दी है। इसका लाभ जहां कर्ज में डूबे बैंकों को होगा वहीं विलय का सबसे ज्यादा फायदा इलाहाबाद बैंक के निवेशकों को होगा।सूत्रों के मुताबिक सरकार ने बैंकों के विलय की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। 1 अप्रैल 2018 तक बैंकों का विलय लागू हो सकता है। साथ ही दिसंबर 2017 तक विलय की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसकी वजह से इलाहाबाद बैंक के निवेशकों को 3 शेयर के बदले पीएनबी के 2 शेयर मिलेंगे।
विलय की तैयारी के तहत इलाहाबाद बैंक अपने एनपीए 7000 करोड़ रुपये से घटाकर 5000 करोड़ रुपये तक लेकर आएगा। बैंक 1641 करोड़ रुपये के एनपीए बेचने के लिए बोलियां मंगा चुका है। वहीं, पीएनबी भी एआरसी को 11000-13000 करोड़ रुपये का एनपीए बेच सकता है और ये नॉन-कोर एसेट्स भी बेच सकता है। दोनों बैंकों के विलय के बाद नए बैंक की शाखाएं 25 फीसदी घटाई जाएंगी। ग्रॉस एनपीए 12.8 फीसदी से घटाकर 8.5 फीसदी किया जाएगा।