यूपी विधानसभा के इस सत्र में बजट भी पेश किया जा सकता है
लखनऊ। यूपी विधानसभा का सत्र मंगलवार से शुरू होने वाला है। इस दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी वादों की पोटली खोल सकते हैं। सत्र के दौरान सरकार अब तक के हुए कामकाज पर रोशनी डालेगी।वहीं दूसरी ओर विपक्ष ने भी सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। विधानसभा का सत्र 28 जुलाई तक चलने की संभावना है। इस दौरान कुल 14 बैठकें होनी हैं। इसी सत्र में बजट भी पेश की जा सकती है। भाजपा के घोषणापत्र को अमल में लाने के लिए यह अब तक का सबसे बड़ा बजट साबित हो
सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, योगी सरकार का बजट 3.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक का होने का अनुमान है। इसकी सबसे बड़ी वजह किसानों की कर्जमाफी और 7वें वेतन आयोग को लागू करना है। इसके लिए सरकार को अतिरिक्त 70 हजार करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी।
हालांकि यह सरकार के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि पिछले चार वषरें में सरकार पर कर्ज करीब दो तिहाई बढ़ चुका है। सरकार पर वर्ष 2013 में जहां 2़25 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था, वहीं इस वर्ष यह 31 मार्च तक 3.75 लाख करोड़ तक पहुंच चुका है।
आपको बता दें सरकार करीब 110 दिन काम कर चुकी है। सरकार ने विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए करीब 65 विभागों के काम का ब्यौरा भी तैयार किया है। साथ ही पिछले पांच वर्षो के समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं का ब्यौरा भी तैयार कराया है।